गज महाराज भगवान कृष्ण के अनन्य भक्त थे। भगवान कृष्ण पर गज महाराज का पूर्ण विश्वास था।
एक बार की बात है जब गज महाराज यमुना नदी में नहाने गये तो उनके एक पैर को घरियल ने पाकर लिया। गज महाराज छुराने का बहुत प्रयास किया, परन्तु सब के सब दावं पेंच विफल हो गए। तब अंत में गज महाराज ने भगवान कृष्ण को याद किया और फिर भगवान कृष्ण ने आकर गज महाराज को बचाया।
समाप्त - गज और महाराज कृष्ण की लघु कथा
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