राजा दिलीप का जन्म त्रेता युग में हुआ था। वह प्रजापालक, प्रजसेवक, तथा प्रजा की भलाई में दिनरात चिंतित रहा करते थे। परन्तु उसे अपने राज्य का उत्तराधिकारी यानि कोई संतान नहीं था।
बुधवार, 12 जुलाई 2017
शुक्रवार, 7 जुलाई 2017
अन्न का राजा (अन्न का महत्व) - हिंदी कहानी
एक बार की बात है की सभी अन्न मिलकर सभा का आयोजन किया। यह सभा देवताओं के राजा इंद्र की अद्यक्ष्यता में संपन्न होने वाली थी। यानि यह सभा इंद्र भगवान के इन्द्रलोक अर्थात इन्द्रशन में होने की बात थी। जिसकी व्यवस्था ब्रम्हा जी के उच्च स्थर पर किया था। सभा का समय संध्या छह बजे निश्चित किया गया था।
सोमवार, 3 जुलाई 2017
शेर और सियार की कहानी हिंदी में
शेर कई दिनों से भूखा था। भूख के कारन उसकी जान निकल रही थी। वह अपनी भूख मिटने के लिए नदी के किनारे बैठकर किसी न किसी जानवर का इंतज़ार कर रहा था। उसने सोचा की कोई न कोई जानवर अपनी प्यास मिटाने के लिए नदी के किनारे जरूर आयेगा और तब मैं उसे झपटकर उसे अपना भोजन बना लूँगा। इस तरह मैं अपनी भूख मिटा सकता हूँ।
सियार और मगरमच्छ की कहानी हिंदी में
एक समय की बात है जब मगरमच्छ नदी में और सियार नदी के किनारे रहते थे। मगरमच्छ, सियार को अपना भोजन बनाना चाहता था। इस कारन मगरमच्छ अपना दाव पेच में लगा रहता था।
मुंडमाल (चुरावत जी राजपुताना और रानी हारा की कहानी)
चुरावत जी राजपुताना यानि राजस्थान राजघरानो के सुपुत्र थे। वह करकड़े जवान, आयु बीस वर्ष, रंग गोरे चित्ते, काफी साहसी, मुखमंडल पर हमेशा अजीब की खास लालिमा, देखने में लम्बे चोरे छाती, वादन फुर्तीला राजा के सम्पूर्ण गुणों से गुनी थे।
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