गुरुवार, 2 नवंबर 2017

लकड़ी का घोड़ा - हिंदी कहानी

एक बार बहुत वर्ष पहले जर्मनी और फ्रांस की राजधानी पेरिस में घमासान युद्ध चल रहा था। जर्मनी पेरिस पर करीब दस वर्षों से युद्ध चल रहा था। एक दिन जर्मनी के राजा ने पेरिस के राजा को गिफ्ट दिया कि उसने एक बड़ा सा लकड़ी का घोड़ा बनवाकर उसके राज्य में छोड़ दिया। और अपने सैनिकों को सुबह ही हवाई जहाज से वापस भेज रहे थे। परंतु लकड़ी के घोड़े के अंदर दो तीन सैनिकों को छोड़ रखे थे।

लकड़ी का घोड़ा

 यह किसी को भी जानकारी नहीं थी। यह दृश्य देखकर पेरिस के राजा एवं जनता में हर्ष की लहर छा गये और बोलने लगे जर्मनी वाले भाग गये। खूब हर्षोल्लास का वातावरण हो गया। इस तरह रात्रि का समय आ गया। घोड़े के अंदर के सैनिकों ने जब देखा की वातावरण शांत हो गया है तो घोड़े से सैनिक निकालकर दुर्ग का फाटक खोल दिए। जिससे जर्मनी के सैनिकों ने पुनः उनके देश मे आ धमके। और मार काट करना सुरु कर दिया। इस तरह से जर्मनी फ्रांस की राजधानी पेरिस पर कब्जा कर लिया। और वहाँ की रानी हेलनवाई को जनार्दस्ती जर्मनी लेकर चला गया। इस तरह जर्मनी ने फ्रांस पर अपना अधिकार जमा लिया और फ्रांस को जीतकर अपने देश मे मिला लिया।

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लकड़ी का घोड़ा - समाप्त
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