रविवार, 17 फ़रवरी 2019

कौन है वो एकआदमी जो बिल गेट्स बन सकता था?

जैसा कि हम जानते हैं कि बिल गेट्स दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं, लेकिन आप शायद यह नहीं जानते होंगे कि अठारह साल के लंबे समय तक वह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति कैसे बने। बिल गेट्स जैसे सफल व्यक्ति बनना कोई छोटी बात नहीं है। उन्होंने जीवन में बहुत कुछ किया है जैसे Microsoft और बिल एण्ड मिलिन्डा गेट्स फाउन्डेशन जैसी कंपनी शुरू की, और पूरी दुनियाँ को और बेहतर बनाने के लिए दुनिया को बहुत सारे पैसे दान किए।

गैरी किल्डल वह व्यक्ति था जो बिल गेट्स की जगह ले सकता था। लेकिन हम इसे गैरी का खराब किस्मत भी कह सकते हैं कि वह सही समय और सही जगह पर उपलब्ध नहीं थे।
कहानी उस समय से शुरू होती है, जब किसी को व्यक्तिगत कंप्यूटिंग (Personal Computing) के बारे में पता नहीं था और उसी समय यह बिल गेट्स और स्टीव जॉब्स थे जिन्होंने कल्पना की थी कि व्यक्तिगत कंप्यूटिंग के साथ दुनिया कैसी होगी। इसलिए बिल गेट्स के लिए बहुत सारी चीजें थीं जो वह भविष्य में करना चाहते थे। जैसे-जैसे Apple व्यक्तिगत कंप्यूटिंग व्यवसाय के साथ तेजी से बढ़ रहा था और उसी समय Microsoft व्यवसाय को बेहतर बनाने के लिए सॉफ्टवेयर के साथ अच्छा कर रहा था, यहां आईबीएम (IBM) आता है जो उस समय की सबसे बड़ी टेक (Technology) कंपनी थी। और इसपर तो आईबीएम को लगता है कि कहीं वह व्यक्तिगत कंप्यूटिंग में पीछे न रह जाए। तो आईबीएम (IBM) व्यक्तिगत कंप्यूटिंग व्यवसाय की देखभाल के लिए एक टीम बनाता है। इसलिए आईबीएम गैरी के साथ-साथ बिल गेट्स से संपर्क करता है क्योंकि वे दोनों अलग-अलग कंपनियां चला रहे थे। शुरुआत में यह गैरी था जिसने ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में बात की थी। लेकिन कुछ काम के कारण गैरी को शहर से बाहर जाना पड़ा। और फिर आईबीएम के लोगों ने बिल गेट्स से संपर्क किया और उन्हें अपने कार्यालय में बैठक के लिए आमंत्रित किया। बिल गेट्स ने मुलाकात में कहा गया कि वह एक सप्ताह के भीतर आईबीएम को Operating System प्रदान कर सकते हैं। और फिर बिल गेट्स सिएटल कंप्यूटर के पास पहुंच गए, जिस कंपनी का ऑपरेटिंग सिस्टम था और उस Operating System को  $ 50000 में खरीदा था। संशोधन के बाद इसका नाम MS Dos 1.0 रखा और कुछ अन्य विशेषताओं के साथ इसे IBM को भेज दिया गया था और एक दस्तावेज़ पर भी हस्ताक्षर किए थे जिसमें यह घोषित किया गया था कि Microsoft MS Dos का मालिक होगा और उन्हें दूसरों को भी वही सामान OS (Operating System) को शिप करने का अधिकार भी होगा। 
यही वो समय था जहां से सबकुछ धीरे-धीरे बदलना शुरू हुआ और दुनियाँ को आज पूरी तरह से बदल दिया। बिल गेट्स ने OS गैरी किल्डल की बीवी से खरीदा था और यही उसकी बीवी के द्वारा किआ गया सबसे बड़ी गलती थी। हालांकि बाद में गैरी किल्डल ने IBM पर इस बात के लिए केस भी किए और जीतने के बाद अपना अलग OS और IBM के द्वारा बनाए गए मशीन के साथ बेचना भी शुरू किया, मगर वो OS बहुत ही महँगा होने के कारन बेच नहीं पाया। यह OS MS DOS १.० की तुलना में ४ गुना ज़्यदा महंगा था।

तो इस तरह गैरी किल्डल ने billionare  बनने का मौका खो दिया।

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